बागेश्वर धाम में पहुंचने के बाद आपको सबसे पहले लाल वस्त्र तथा नारियल को लेकर अर्जी को बांध देना है। इसके बाद आपको टोकन ले लेना है। बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगाएं। बागेश्वर धाम में टोकन लेने के बाद बह आपको मोबाइल फोन द्वारा महाराज के सेवक बता देंगे जिस दिन आपकी अर्जी लगना है उस दिन आपकी अर्जी लग जाएगी।
आज हम आपको बागेश्वर धाम की पूरी जानकारी, महिमा और घर बैठे अर्जी लगाने के तरीके की विस्तार से जानकारी देने वाले है क्योंकि बागेश्वर धाम के लिए ऐसा कहा जाता है कि टोकन लेने के बावजूद भी वहां पर सभी लोगों की अर्जी नहीं लग पाती।
क्योंकि बागेश्वर धाम की महिमा ही ऐसी है कि वहां हजारों की संख्या में लोग अपनी मनोकामनाओं को लेकर पहुंचते और इतनी भीड़ की अर्जी लगाना पूरी तरह से असंभव हो जाता है। इसीलिए अगर आप भी घर पर बैठे-बैठे ही अपनी अर्जी लगाना चाहते है। तो आज आपको हम इसका तरीका बताने वाले है। तो हमारे साथ अंत तक बने रहे।
महिमा बागेश्वर धाम की-
दोस्तों भारत केवल धन की अधिकता से महान नहीं कहा जा सकता भारत महान तब होता है जब यहां पर महान और प्रतिष्ठित ज्ञानी लोग यहां निवास करते हैं | इन महान लोगों के महान बातों से कई लोग प्रभावित होते हैं | वर्तमान समय में आप बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज के बारे में ही अगर जानने की कोशिश करेंगे तो वे वर्तमान में विदेशों में भी अपनी कथा कर चुके हैं | प्राचीन समय में स्वामी विवेकानंद जैसे महान महात्मा ने विदेशों में जाकर लोगों को अपनी बातों से प्रभावित किया है और भारत को एक महान देश बताया है
भारत एक ऐसा देश है जहां पर सभी धर्मों के लोग निवास करते हैं और यहां पर सभी लोग एक दूसरे को बराबर महत्व देते हैं एक धर्म के लोगों को दूसरे धर्म के लोगों से किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं होती है | भारत जैसे देश में लोग जिस भी धर्म को माना ना चाहे वे उस धर्म को मानते हैं |
Bageshwar Dham – लोगों के जुड़ने का प्रमुख कारण
वर्तमान में हम आपको छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातों की जानकारी देने आए हैं जिसमें आप उसकी प्रत्यक्ष प्रमाण भी देख सकते हैं | बागेश्वर धाम में वर्तमान समय में लाखों की संख्या में लोग जुड़ चुके हैं यहां पर लोगों के जुड़ने का प्रमुख कारण यह है कि बागेश्वर धाम के अलावा कई ऐसे स्थानों पर लोग अपनी समस्या लेकर गए और उनकी समस्या कहीं पर ठीक नहीं हुई परंतु बागेश्वर धाम आने के बाद उनकी समस्या पूरी तरीके से हमेशा हमेशा के लिए दूर चली गई | बागेश्वर धाम के माध्यम से कई लोगों को जीवन में एक नई खुशी मिली है | बागेश्वर धाम के अंतर्गत भगवान शिव की रूद्र अवतार महाबली बजरंग जी की प्राचीन प्रतिमा स्थापित है | प्राचीन काल से ही यहां पर परम पूज्य आचार्य श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज के दादा जी यहां पर दिव्य दरबार का आयोजन किया करते थे और लोगों की समस्याओं को पर्चे पर बिना बताए जाहिर कर दिया करते थे | आचार्य श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज के दादाजी के द्वारा दिया गया आशीर्वाद कभी खाली नहीं जाता था ठीक उसी प्रकार आज उनके परम सत्य धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज के द्वारा दिया गया आशीर्वाद भी खाली नहीं जाता |
बागेश्वर धाम में दिव्य दरबार के लिए टोकन कैसे प्राप्त करें–
बागेश्वर धाम में आयोजित होने वाले दिव्य दरबार का हिस्सा होने के लिए आपको बागेश्वर धाम के अनुसार बताई गई तिथि को बागेश्वर धाम जाकर किसी कोरे कागज में अपना नाम ,अपना पता और मोबाइल नंबर इतनी चीजों को लिखकर बागेश्वर धाम में जमा कर देना है |
आपके द्वारा लिखा गया पर्चा जमा होने के बाद बागेश्वर धाम कार्यालय की ओर से अगले समय में एक टोकन लिस्ट जारी होती है|जारी टोकन लिस्ट में दिव्य दरबार आयोजित होने वाली तिथि को भी बताया जाता है और दिव्य दरबार में हिस्सा होने वाली लोगों का नाम भी बता दिया जाता है|
टोकन लिस्ट में अपना नाम जानने के लिए आप बागेश्वर धाम जाकर भी पता कर सकते हैं और यदि आप वहां पर नहीं जा पाते हैं तो वैसे भी किसी भी तरीके से बागेश्वर धाम की ओर से आपको संपर्क किया जाएगा |
बागेश्वर धाम के द्वारा आकस्मिक समय यदि दिव्य दरबार आयोजित नहीं होता है तो आपको सूचित कर दिया जाता है यह सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से जारी की जाती है |
बागेश्वर धाम के अनोखे भक्त निशा की कहानी-
दोस्तों बात को यूं है कि बागेश्वर धाम से जुड़ी हुई निशा कुमारी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली हैं जिन्होंने लगभग 10 किलोमीटर की यात्रा लेटकर की है | इनकी द्वारा की जाने वाली यह यात्रा बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने को लेकर की गई है | भगवान के प्रति इतनी श्रद्धा रखने वाले आपको बहुत कम लोग मिलते हैं क्योंकि लोग अपने शरीर को कष्ट नहीं देना चाहते और बिना कष्ट के भगवान किसी को नहीं मिलते | निशा कुमारी की उम्र मात्र 27 वर्ष की है परंतु इन्होंने जो भगवान के प्रति श्रद्धा रखी है ठीक उसी प्रकार से बालाजी महाराज की कृपा भी उनके ऊपर बरसेगी | निशा कुमारी का कहना है कि उनका एक 12 साल का बेटा है उनके ऊपर कई प्रकार की समस्याएं हमेशा पीछे पड़ी रहती हैं इन्हीं समस्याओं से निजात पाने के लिए वे बागेश्वर धाम पर अर्जी लेकर आई हैं |
दोस्त वर्तमान समय में कई लोगों का कहना है कि बागेश्वर धाम जाने के बाद क्या होता है वहां के पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज किसी से मिलते नहीं | दोस्तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि निशा कुमारी के द्वारा कई बार प्रयास करने के बाद निशा कुमारी गुरुजी से नहीं मिल पाईं | निशा कुमारी के द्वारा इस बार लेट कर 10 किलोमीटर की तपस्या करने के बाद महाराज जी के पास खबर पहुंची तो महाराज जी निशा कुमारी की तुरंत मिलने के लिए तैयार हो गए | महाराज जी का निशा कुमारी जी मिलना उनकी यात्रा के कारण नहीं था यह तो बालाजी महाराज की कृपा है जो निशा कुमारी के ऊपर होनी थी | पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण जी से मिलने के बाद निशा कुमारी के सभी काम पूर्ण रूप से बन गए अर्थात उनकी हर एक अर्जी बालाजी के समकक्ष स्वीकार हो गई |
बागेश्वर धाम की क्या खासियत है?
बागेश्वर मंदिर धाम की विशेषता यह है की मंदिर में आये भक्तगण और श्रद्धालु मंदिर में अर्जी लगाकर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करते हैं। मंदिर के महाराज “श्री धीरेन्द्र कृष्ण” जी के द्वारा टोकन के माध्यम से लोगों की समस्याओं के समाधान हेतु बागेश्वर मंदिर धाम में भगवान बालाजी के सामने अर्जी लगाई जाती है।
मन्नत पूरी करने के लिए क्या करें?
यदि आप अपनी मनोकामाना को पूर्ण करना चाहते हैं तो तिल का तेल और सिंदूर मिला लें। अब एक जटा वाला नारियल लेकर पूरे नारियल को सिंदूर से रंग दें। इसके बाद धीमे स्वर में लगभग 15 मिनट तक इस मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप के पश्चात मां अंबे से अपनी मनोकामान पूर्ति की प्रार्थना करें
बागेश्वर धाम की अर्जी कैसे लगती है?
बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगाएं। बागेश्वर धाम में टोकन लेने के बाद बह आपको मोबाइल फोन द्वारा महाराज के सेवक बता देंगे जिस दिन आपकी अर्जी लगना है उस दिन आपकी अर्जी लग जाएगी।
बागेश्वर धाम जाने के लिए कौन से स्टेशन पर उतरना पड़ेगा?
बागेश्वर धाम का सबसे नजदीकी और बड़ा रेलवे स्टेशन खजुराहो रेलवे स्टेशन है, जो बागेश्वर धाम से करीब 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। खजुराहो से रेलवे मार्ग द्वारा जुड़े शहरों के नाम आप यहां पर देख सकते हैं।