आजकल हम सभी लोग सोशल मीडिया तथा यूट्यूब पर बागेश्वर धाम के काफी सारे वीडियोस देख रहे हैं जिसमें हम श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज के चमत्कार के बारे में काफी कुछ जान रहे हैं जो लोगों की समस्याओं का निवारण करने का काम करते हैं तो आज हम Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj के बारे में इस पोस्ट में आपको बताएंगे जिनके बारे में सोशल मीडिया पर ही नहीं अपितु आजकल देश विदेश से भी कई लोग उनके पास अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं।
श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज की कई सारी वीडियोस दोस्तों मैं भी कभी कबार देख लेता हूं क्योंकि जो चमत्कार वह बताते हैं और लोगों की समस्या का निवारण करते हैं वह कहीं ना कहीं हमें एक विश्वास दिलाता है कि आज भी दिव्य शक्तियां मौजूद है और यह शक्तियां श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज के माध्यम से इस संसार में लोगों की समस्याओं का निवारण करने का काम कर रही है।
श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज को कई लोग हनुमान जी का अवतार भी मानते हैं और हजारों लोग इन्हें काफी श्रद्धा के साथ पूज्यते भी है लोग Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj को चमत्कारी महाराज के नाम से भी जानते हैं।
आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे बागेश्वर धाम श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज की जीवनी, आयु, परिवार, दिव्य दरबार, शिक्षा, जाति,आय, संपत्ति, कैरियर जर्नी के बारे में बताएंगे।
श्री धीरेंद्र कृष्ण जी जन्म, स्थान, परिवार
बागेश्वर धाम श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज का जन्म 4 जुलाई 1996 को गड़ा छतरपुर मध्य प्रदेश में हुआ। लोग इन्हें महाराज बागेश्वर धाम के नाम से तथा चमत्कारी महाराज के नाम से भी जानते हैं वर्तमान समय में धीरेंद्र कृष्ण महाराज बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश में ही अपना दरबार लगाते हैं तथा लोगों की समस्या का समाधान करते हैं।
बागेश्वर धाम श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज के पिता का नाम श्री राम करपाल गर्ग तथा माता का नाम श्रीमती सरोज गर्ग है उन्होंने सबसे पहले अपने दादाजी से शिक्षा प्राप्त की तथा इनके दादा जी का नाम श्री भगवान दास गर्ग है इन्होंने ही Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj को रामायण कथा, भागवत गीता जैसे महान काव्य का अध्ययन भी करवाया है।
श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज परिवार में सबसे बड़े बेटे है तथा उनके दो भाई और एक बहन भी है।
पिता का नाम | श्री राम करपाल गर्ग |
माता का नाम | श्रीमती सरोज गर्ग |
दादा जी का नाम | श्री भगवान दास गर्ग |
भाई | दो भाई |
बहन | एक बहन |
श्री धीरेंद्र कृष्ण जी शिक्षा, योग्यता
दोस्तों जरूरी तो नहीं कि स्कूली ज्ञान ही शिक्षा का आधार हो, कुछ लोग धार्मिक ग्रंथों को अपना शिक्षा का सबसे बड़ा आधार मानते हैं श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज ने ज्यादातर समय अपने दादाजी के साथ व्यतीत किया, इनके दादा जी संस्कृत के महान जानकर भी थे Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj ने रामायण और भागवत गीता का अध्ययन अपने दादाजी से ही किया। इनका परिवार काफी गरीब था जिस कारण ये वृंदावन में जाकर कर्मकांड पढ़ना चाहते थे लेकिन ज्यादा पैसे नहीं होने के कारण यह वहां जाकर शिक्षा नहीं ले पाए, लेकिन इन्होंने हनुमान जी के मंदिर में बैठकर ध्यान करना प्रारंभ कर दिया।
श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज गरीबी के कारण सरकारी स्कूल में ही पढ़े। अपने गांव से ही आठवीं क्लास की पढ़ाई करने के बाद उन्हें 5 किलोमीटर दूर गंज नामक गांव में जाकर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ती थी जिस कारण यह स्कूल पैदल ही जाया करते थे जो कि 5 किलोमीटर घर से दूर होती थी।
12वीं क्लास की पढ़ाई करने के बाद Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj ने आगे कॉलेज की पढ़ाई करनी चाही, लेकिन कई मुश्किलों की वजह से उन्होंने BA का प्राइवेट शिक्षा प्राप्त करने के लिए फॉर्म भर दिया। यह अंग्रेजी हिंदी बुंदेली तथा संस्कृत भाषा के अच्छे ज्ञाता है।
श्री धीरेंद्र कृष्ण जी करियर यात्रा
बागेश्वर धाम महाराज ने बचपन से ही रामायण, महाभारत जैसे काव्यों का अध्ययन किया था इसके बाद इन्होंने वृंदावन में जाकर आगे की पढ़ाई करने की कोशिश की, लेकिन गरीबी की वजह से ही वृंदावन आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए, तो इन्होंने बागेश्वर धाम में स्थित हनुमान जी के मंदिर में ध्यान लगाना प्रारंभ कर दिया इन्होंने अपने दादा जी से हिंदू धर्म ग्रंथों से जुड़े हुए सभी महाकाव्य का अध्ययन किया तथा उन्हें लोगों तक पहुंचाने के लिए दरबार लगाने लगे इसी कारण कम उम्र में भी लोग इन्हें गुरु मानने लग गए थे।
बागेश्वर धाम महाराज अपनी पढ़ाई के साथ-साथ मानव सेवा में भी जुट गए थे यह दूसरे लोगों की सेवा करते थे तथा कल्याण के कार्यों को करते हुए अपने आप को सौभाग्यशाली समझते थे।
श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज के दादाजी बागेश्वर धाम में बालाजी के मंदिर के पास सत्यनारायण भगवान की कथा सुनाते थे और दरबार लगाते थे मंदिर में बहुत सारा चढ़ावा आता था लेकिन कभी भी उन पैसों का घर में उपयोग नहीं किया।
श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज ने अपना पूरा ध्यान ईश्वर भक्ति में लगा कर रखा तथा मानव कल्याण के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया, बचपन से ही भक्ति करने के कारण इन्हें कई सिद्धियां प्राप्त है। Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj को लोग चमत्कारी महाराज के नाम से भी बुलाते हैं क्योंकि उनके दरबार में लगाई हुई अर्जी कभी भी विफल नहीं होती है यह लोगों की समस्या उनके बोलने से पहले ही बता देते हैं तथा समस्या का निवारण भी कर देते हैं इसी कारण लोग श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज को चमत्कारी महाराज तथा बागेश्वर महाराज के नाम से जानते हैं इनके भव्य दरबार में लोग बड़ी दूर से आते हैं लोग भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व से यहाँ के दरबार में आते हैं।
आजकल श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज की कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं तथा कई लोग अपनी समस्याओं को लेकर इन के दरबार में हाजिरी लगाते हैं उन्होंने जनकल्याण तथा कल्याणकारी भावना से कई ऐसे कार्य करवाए हैं जिनकी वजह से भी लोग इनमें काफी ज्यादा आस्था और श्रद्धा का भाव रखते हैं यह लोगों की समस्याओं के साथ साथ गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ाना तथा उनकी बालिकाओं की शादी करवाना जैसे कार्य करते हैं।
बागेश्वर धाम और दरबार क्या है?
दोस्तों हम सभी लोग तो इन्हें सोशल मीडिया पर ही ज्यादातर देखते हैं या फिर कुछ लोग इन के दरबार में भी गए होंगे तो हम अभी आपको बताएंगे कि बागेश्वर धाम और दिव्य दरबार आखिर क्या है वैसे हम सभी लोगों ने उनके दिव्य दरबार बागेश्वर धाम की वीडियो में ही देखते हैं जहां पर वह लोगों की समस्याओं का निवारण करते हैं बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के एक गड़ा नामक गांव में स्थित है जहां पर काफी प्राचीन हनुमान जी का मंदिर है इस मंदिर के पास में Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj के दादाजी तथा गुरु जी की समाधि भी बनी हुई है इसके अलावा दिव्य दरबार में यह हर मंगलवार को अर्जी लगाते हैं जहां पर लोगों की समस्याओं का निवारण करते हैं लोग अर्जी लगाने से पहले यहां के टोकन को खरीदते हैं और उसके बाद नारियल को लाल कपड़े में बांधकर अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए यहां पर 21 बार मंदिर की परिक्रमा लगाते हैं यहां अर्जी लगाने के लिए कई सारे लोग आते हैं और उसके बाद बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार में जाकर श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज के प्रवचन सुनते हैं